गांधी150 : गोवा शिबीर
वृत्तांत
पहिला दिन – 17 सप्टेंबर
महात्मा गांधी के 150 वे जन्म वर्ष के अवसर पर आंतरभारतीने गोवा में शिबिर का आयोजन किया था। यह शिबीर पणजी के निकट रायबंदर गाव में बालभारती स्कुल में संपन्न हुवा।
रेल लेट हो जाने के कारण हमे पहूंचने में थोडा विलंब हुवा पर पांडुरंग नाडकर्णी सर ने *गांधीजी की नई तालीम* इस विषय पर सत्र लिया. उस पर विस्तार से चर्चा भी हुई।
दुसरा सत्र डॉ डी एस कोरे जी ने’ *म. गांधी की कार्यपद्धती’* इस विषय पर लिया। प्रा सुधाकर गौरखेडे ने वक्ता का परिचय करवाया।
श्याम को चार बजे *उदघाटन* हुवा। आंतरभारती के अध्यक्ष प्राचार्य सदाविजय आर्य की अध्यक्षता में यह सत्र चला. (मंत्री महोदय न आने के कारण कार्यक्रम में परिवर्तन किया गया) एन सुहास ने सूत्र संचालन किया, जिस में अमर हबीब (राष्ट्रीय सचिव), डॉ डी एस कोरे (कार्याध्यक्ष, राष्ट्रीय कार्य समिती) और आंतरभारती गोवा के अध्यक्ष सुरज नाईक ने अपने विचार रखे। सदाविजय आर्य सर ने अध्यक्षीय मनोगत व्यक्त किया।
मुंबई के जयंत दिवाण ने *म गांधी की जीवन शैली* पर प्रकाश डाला। सत्र का संचालन मनीषा आर्य ने किया।
रात में विवेक होळसांबरे सर ने ‘गांधीजी के विचारो पर आधारित *म. गांधींचे काय चुकले?* यह एक पात्री प्रयोग किया।
दुसरा दिन – 18 ऑगस्ट
दुसरे दिन का पहिला सत्र वसमत की संगीता देशमुख ने लिया। उन्हो ने *म. गांधी का महिला मुक्ती का विचार* इस विषय पर अपने विचार रखे। नितीन पवित्रकार ने वक्ताका परिचय दिया।
इसी सत्र के प्रश्नोत्तर के दौरान आंतरभारती के अध्यक्ष सदाविजय आर्य ने एक टिप्पणी के उत्तर में कहा की गांधी देश के लिये दीपस्तंभ हैं और गांधी की बदनामी हम बरदाष्त नही कर सकते।
दुसरे सत्र में अमर हबीब (राष्ट्रीय सचिव, आंतरभारती ट्रस्ट) *म. गांधी और किसान* इस विषय पर बात रखी। शिवाजीराव सुर्यवंशीने प्रास्ताविक और वक्ता का परिचय दिया।
*समारोप सत्र* के मुख्य अतिथी गोवा के शिक्षण सहसंचालक उदय गावकर जी थे। आंतर भारती के अध्यक्ष सदाविजय आर्य कार्यक्रम के अध्यक्ष थे । अमर हबीब, सुरज नाईक और मुख्याध्यापिका फर्नांडिस ने अपने विचार रखे।
गोवा के विद्यार्थोयो की भारत यात्रा, राज्य के शिक्षक प्रशिक्षण शिबीर, और गोवा में राष्ट्रीय स्तर का बाल आनंद महोत्सव का आयोजन करने के आर्य सर की सूचना का *उदय गावकर* ने समर्थन किया तथा इन तींनो उपक्रमो में सहयोग करने का मनोदय व्यक्त किया। सत्र का संचालन एन सुहास ने किया।
अंतिम सत्र *गट चर्चा* का हुवा. 1) गोवा, 2)अमरावती-अकोला, 3) लातूर-उदगीर, 4) पूना, आंबाजोगाई, औरंगाबाद, हैद्राबाद, मुंबई 5) वसमत
2 ऑक्टोबर का कार्यक्रम तय करना, और अपने युनिट का युनिक वार्षिक कार्यक्रम बनाना। यह इन ग्रुप चर्चा का विषय बताया गया था।
पांचो ग्रूप्स में विस्तार से चर्चा हूई। एन. सुहास, प्रा सुधाकर गौरखेडे, विवेक होळसांबरे, मनीषा राणी आर्य, और प्रा. शेतलवार ने अपने ग्रुप की चर्चा का ब्योरा रखा।
रात में पांडुरंग नाडकर्णी सर ने गोवा के पर्यटन स्थालो की जानकारी दी।
-अमर हबीब,
राष्ट्रीय सचिव, आंतरभारती
8411909909