जहां भी हो वहां उपवास किया जा सकता हैं!
19 मार्च 1986 के दिन साहेबराव करपे और उन के पुरे परिवार ने सामूहिक आत्महत्या की थी. उस दिन के बाद लागातार किसानो की आत्महत्यायें होती चली आ रही है। अबतक लगभग साडे तीन लाख किसानो ने जान गंवायी हैं। किसानो की आत्महत्याये राष्ट्रीय आपत्ती हैं। उन के प्रति आवाज उठाना हमारा राष्ट्रीय दायित्व हैं। आने वाली 19 मार्च को करपे परिवार का 34वा स्मृती दिन हैं।
आओ,
हम किसानो के प्रति अपनी
सहवेदना व्यक्त करें।
किसानो के समर्थन में खडे हो।
किसानो की स्वातंत्रता का संकल्प करें।
यह उपवास किसीं विशेष दल या संगठन का कार्यक्रम नही हैं, यह कोशिश देश को बचाने की हैं। हमारी पिढी का यह दायित्व हैं।
इसी कारण आप से अनुरोध करने के लिये यह निवेदन भेजा गया हैं।
19 मार्च को आप उपवास-उपोषण- अन्यत्याग करें। तथा अन्य मित्रो को अवगत कराये।
● अमर हबीब, 8411909909
(आप ने यदी उपवास करने का तय किया हो तो कृपया यह संदेश आप के सभी काँटक्ट्स को भेजें।)